वर्धा (संवाददाता)- व्यक्तित्व विकास के लिए एक से अधिक भाषाएं सीखना फायदेमंद सिद्ध होता है। भारतीय भाषाओं के साथ-साथ विदेशी भाषाएं व्यक्तित्व को निखारने में उपयोगी सिद्ध होती हैं। उक्त प्रतिपादन स्पेनीश भाषा के सहायक प्रोफेसर रवि कुमार ने किये। वे महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय की ओर से वर्धा स्थित जानकी देवी बजाज ग्राम विकास संस्था में विद्यार्थियों को मार्गदर्शन कर रहे थे।
विश्वविद्यालय में संचालित विभिन्न भारतीय एवं विदेशी भाषाओं के पाठ्यक्रमों के बारे में विद्यार्थियों में जागरूकता पैदा करने तथा उन्हें विश्वविद्यालय से जोड़ने के प्रयास को लेकर यह आयोजन बुधवार को किया गया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के चीनी भाषा के सहायक प्रोफेसर अनिर्बाण घोष, मराठी के सहायक प्रोफेसर शैलेश मरजी कदम, फ्रेंच के सहायक प्रोफेसर संदीप कुमार, संस्कृत के लेखराम दन्नाना, जापानी भाषा के सन्मति जैन, जनसंपर्क अधिकारी बी. एस. मिरगे तथा जानकी देवी बजाज ग्राम विकास संस्था के परियोजना समन्वयक विनेश काकड़े उपस्थित थे।
इस दौरान उपस्थित विद्यार्थियों ने विभिन्न भारतीय तथा विदेशी भाषाओं में प्रवेश तथा रोजगार की संभावनाओं को लेकर जिज्ञासाएं व्यक्त की जिसका अध्यापकों ने समाधान किया। कार्यक्रम का संचालन जनसंपर्क अधिकारी बी. एस. मिरगे ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन विनेश काकड़े ने प्रस्तुत किया।