वर्धा 19 जून 2014(संवाददाता)- बदलते परिदृश्य में विश्वविद्यालय को निरंतर सुधार की लड़ाई लड़नी चाहिए और गुणवत्ता एक आंदोलन बनना चाहिए। विश्वविद्यालय को विद्यार्थी केंद्रीत ज्ञान पद्धति का विकास करना चाहिए। उक्त उदबोधन दिल्ली विश्वविद्यालय में मनोविज्ञान के विद्वान प्रो. आनंद प्रकाश ने दिये। वे महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ समिति की पहली बैठक को संबोधित कर रहे थे।
विश्वविद्यालय के भाषा विद्यापीठ के सभागार में बुधवार दि. 18 जून को आयोजित बैठक की अध्यक्षता कुलपति प्रो. गिरीश्वर मिश्र ने की। बैठक में महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगीकरण संस्थान, एमगिरी, वर्धा के निदेशक प्रो. प्रफुल्ल काले, यशवंत महाविद्यालय में विधि विभाग के प्रमुख प्रो. अशोक पावडे सदस्य के रूप में तथा राष्ट्रभाषा प्रचास समिति के प्रधानमंत्री प्रो. अनंतराम त्रिपाठी विशेष निमंत्रित के रूप में उपस्थित थे। बैठक में विवि की ओर से प्रो. मनोज कुमार, प्रो. एल. कारूण्यकारा, प्रो. अनिल कुमार राय, प्रो. सूरज प्रसाद पालीवाल, प्रो. सुरेश शर्मा, प्रो. देवराज, प्रो. हनुमानप्रसाद शुक्ल, डॉ. अन्नपूर्णा सी., संजय गवई, आनंद मंडित मलयज, बी. एस. मिरगे, राजेश यादव, गिरीश पांडे, डॉ. अमित विश्वास उपस्थित थे।
प्रारंभ में समिति की समन्वयक डॉ. शोभा पालीवाल ने सभी का स्वागत करते हुए समिति की रूपरेखा एवं भूमिका स्पष्ट की। बैठक में अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. गिरीश्वर मिश्र ने कहा कि हिंदी भाषा के साथ-साथ हिंदी में ज्ञान और विज्ञान के विकास के प्रति हिंदी विवि आगे बढ रहा है। गुणवत्ता सुनिश्चित कर उसे निरंतर बढ़ाने की दिशा में विश्वविद्यालय प्रयासरत है। तकनीक का उपयोग कर विश्व स्तर पर हमारे सरोकार और कार्य पहुंचाने के लिए हम अनेक प्रकार की योजनाएं चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि समाज के सरोकारों से जोडने के लिए हम नवोन्मेषी कार्य कर रहे हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा पिछले कुछ वर्षों में किये गये कार्यों एवं उपलब्धियों के बारे में अवगत कराया।
कुलसचिव प्रो. देवराज ने कहा कि स्थानीय समस्याओं का ध्यान में रखकर हम नवाचार क्लब बनायेंगे और अलग-अलग उपक्रमों एवं कार्यक्रमों के माध्यम से समाज में अपनी उपस्थिति दर्ज करेंगे। पाठ्यक्रमों में सुधार की बात करते हुए उन्होंने कहा कि हम शिक्षा में सूचना प्रौद्योगिकी के अधिक से अधिक इस्तेमाल पर बल दे रहे हैं। इस दौरान वित्ताधिकारी संजय गवई ने विवि की वित्तीय प्रगति के बारे में तथा विदेशी शिक्षण प्रकोष्ठ के प्रभारी प्रो. हनुमानप्रसाद शुक्ल ने विदेशी छात्रों के बारे में अवगत कराया। विवि के रोजगारपरक पाठ्यक्रमों की जानकारी छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. अनिल कुमार राय ने दी। प्रो. सूरज प्रसाद पालीवाल ने छात्रों की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी।
विवि की प्राद्योगिकी की प्रगति के बारे में लीला प्रभारी गिरीश पांडे ने वेबसाइट, ब्लॉग और हिंदी समय डॉट कॉम के विकास का जिक्र किया।