नूर ऐन अहमद, नई दिल्ली: यूपीए सरकार के दो प्रमुख मुद्दो डीज़ल की कीमतों में रु.5 की बढ़ोतरी, एलपीजी रसोई गैस सिलेण्डर पर सब्सिडी खत्म करने एवं रिटेल सेक्टर में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफ.डी.आई) पर भारतीय व्यापार संघ के नेतृत्व में विपक्षी पार्टियों ने 20 सितम्बर को सम्पूर्ण भारत बंद का ऐलान किया हैं।
भारत बंद का ऐलान करते हुए भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने भारत सरकार के इन दो फैसलों की कड़ी आलोचना की।
जावडेकर ने यूपीए गठबंधन की सहयागी पार्टियों को भी आड़े हाथो लेते हुए कहा कि सहयोगी पार्टियां केवल सरकार को धमकी देती हैं लेकिन कोई भी ठेस कार्यवाही नहीं करती हैं। मंगलवार के दिन शाम को पता चल जाएगा कि वो अपनी बात पर कितनी खरी उतरती हैं?
जावडेकर का यह बयान तृणमूल कांग्रेस के ताजा-तरीन धमकी के तहत आया हैं जिसमें पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी ने सरकार को धमकी दी है कि अगर सरकार डीज़ल के दामें में की गई बढ़ोत्तरी,एलपीजी के लिमिट करने एवं रिटेल में एफडीआई के अपने किए गए फैसलों को वापिस नहीं लेती है तो वह सरकार से अपना समर्थन वापिस ले लेगी।